महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडक़र का विवादों से चोली-दामन का साथ है। यही वजह है कि उन्हें जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम से हटा दिया गया है। साथ ही उन्हें जांच के लिए बुलाया गया है। कुछ दस्तावेजों से पता चला है कि उन्होंने फर्जी पते और राशन कार्ड का उपयोग करके विकलांगता का प्रमाणपत्र प्राप्त किया है। उन्होंने जिस पिंपरा-चिंचवड़ का पता दर्ज कराया है, वह फर्जी निकला है। उस पते पर एक प्राइवेट कंपनी है, जो कि बंद हो चुकी है। उन्होंने अपना विकलांगता प्रमाण पत्र में दर्शाया कि घुटने में 7 प्रतिशत विकलांगता है।
पूजा खेडक़र पर लगे ये आरोप
ट्रेनी आईएएस पूजा खेडक़र पर विशेषाधिकारों की मांग के आरोप लगे हैं। साथ ही पुलिस अधिकारियों को धमकाने के भी आरोप हैं। उन्होंने ज्वाइनिंग से पहले ही अलग कार्यालय, सरकार आवास, कार और सहायक स्टॉफ की मांग कर डाली थी, जबकि ट्रेनी अधिकारी को ये सब सुविधाएं नहीं मिलतीं। यही वजह है कि कि उन्हें लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी वापस बुला लिया गया है। उन्होंने पुणे के कलेक्टर के खिलाफ उत्पीडऩ की शिकायत भी दर्ज कराई है। हालांकि पूजा खेडक़र ने इन आरोपों को सिरे से नकारा है और दावा किया कि वे गलत सूचना और फर्जी खबरों की शिकार हुई हैं।