आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल जनता की अदालत में शामिल होने के लिए जंतर-मंतर पहुंचे। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी व अन्य आप नेता भी मंच पर उपस्थित रहे। जनता की अदालत को संबोधित करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार करने नहीं आया था। मुझे सत्ता का लालच, मुख्यमंत्री की कुर्सी की भूख नहीं है। मैं पैसे कमाने नहीं आया, पैसे कमाने होते तो मैं इनकम टैक्स की नौकरी करता, उसमें करोड़ों रुपए कमा लेता। उन्होंने कहा कि हम तो देश के लिए राजनीति में आए थे। आज मेरे पास अपना घर भी नहीं है। उन्होंने जल्द सीएम आवास खाली करने का ऐलान भी किया।
जंतर-मंतर पर पुराने दिन याद आ गए
केजरीवाल ने कहा कि आपके बीच आकर अच्छा लग रहा है। आज यहां जंतर-मंतर पर पुराने दिन याद आ गए हैं। मुझे आज भी तारीख याद है, जब 4 अप्रैल 2011 के दिन आजाद भारत का भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन अन्ना आंदोलन यहां से शुरू हुआ था। उस वक्त की सरकार (यूपीए) हमें चैलेंज करती थी कि चुनाव लडक़र दिखाओ और जीतकर दिखाओ। हमारे पास चुनाव लडऩे के लिए पैसा, गुंडे, आदमी चाहिए थे और हमारे पास यह सब नहीं था। केजरीवाल ने कहा कि हमारे पास न पैसा था न आदमी थे न गुंडे थे, हम चुनाव कैसे लड़ते, फिर हम चुनाव लड़ गए और जनता ने हमें जिता दिया। हमने 2013 में साबित कर दिया कि ईमानदारी से चुनाव लड़े भी जा सकते हैं और ईमानदारी से चुनाव जीते भी जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री आवास खाली कर दूंगा
केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने हमारे ऊपर देश का सबसे कठोर कानून लगाया। पीएमएलए कानून, जिसमें बेल भी नहीं मिलती। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने हम सभी को बेल दे दी। मैं इस दाग के साथ जी भी नहीं सकता। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में केवल इज्जत कमाई है। कुछ दिन में मैं मुख्यमंत्री आवास खाली कर दूंगा। आज दिल्ली में मेरे पास रहने के लिए घर भी नहीं है। मैंने दस साल में केवल आपका आशीर्वाद कमाया है।