दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी सत्ता में वापसी के लिए हर दांव चल रही है। इससे पहले पुजारी ग्रंथी योजना के जरिए आम आदमी पार्टी ने पंडितों और सिखों को लुभाने का प्रयास किया। वहीं अब आम आदमी पार्टी ने सनातन सेवा समिति की शुरुआत कर दी है। आप ने बीजेपी मंदिर प्रकोष्ठ के करीब 100 सदस्यों को पार्टी में शामिल कर खुद को हिंदुत्व का झंडाबरदार साबित करने का प्रयास किया है। आप के मंच पर कई भगवाधारी साधु संत भी दिखाई दिए हैं। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में सनातन सेवा समिति की शुरुआत हुई। मंच पर भगवा झंडा और हनुमान जी की तस्वीर दिखाई दी। इस दौरान भाजपा मंदिर प्रकोष्ठ के 100 सदस्य भी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। कई जाने-माने साधु संतों के बीच इस समिति की शुरुआत हुई।
केजरीवाल ने इसलिए चला दांव
दरअसल भाजपा हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव लड़ती रही है। केजरीवाल ने बीजेपी की हिंदुत्व की धार को कुंद करने के लिए यह तैयारी की है। बीजेपी के भगवाधारी संतों को शामिल कर आप ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि भाजपा के अलावा आप भी हिंदुत्व की बात करती है। केजरीवाल हिंदुत्व के जरिए भाजपा के वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले आप ने पुजारी और गुरुद्वारों के ग्रंथियां की देखभाल करने वालों के लिए हर महीने 18000 रुपए की सम्मान निधि देने की घोषणा की है। अब देखना होगा कि इन शब्दों से केजरीवाल को कितना लाभ होता है। दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग और 8 फरवरी को काउंटिंग होना है।