देश-दुनिया के इतिहास में तीन मई बहुत खास है। कई घटनाओं के साथ भारत में सिने जगत के इतिहास में यह दिन यादगार रहा। इसी दिन भारत की पहली फीचर फिल्म ‘राजा हरिश्चन्द्र’ बंबई (अब मुंबई) में प्रदर्शित हुई। 3 मई 1913 में भारत की पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चन्द्र प्रदर्शित हुई थी। यह फिल्म दादासाहेब फाल्के द्वारा निर्देशित और निर्मित एक मूक फिल्म थी। राजा हरिश्चन्द्र भारतीय पौराणिक कथाओं पर आधारित थी और इसने दर्शकों पर गहरा प्रभाव डाला। इस फिल्म की सफलता ने भारतीय फिल्म उद्योग की नींव रखी और आने वाली पीढिय़ों के फिल्म निर्माताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी। यह फिल्म न केवल तकनीकी रूप से एक बड़ी उपलब्धि थी, बल्कि इसने भारतीय संस्कृति और कहानियों को बड़े पर्दे पर जीवंत करने का मार्ग भी प्रशस्त किया। राजा हरिश्चन्द्र की रिलीज भारतीय सिनेमा के एक नए युग की शुरुआत थी, जिसने मनोरंजन और कला के क्षेत्र में क्रांति ला दी। आज भी यह फिल्म भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर मानी जाती है।
यह हैं अन्य महत्वपूर्ण घटना
- 1660 में स्वीडन, पोलैंड और ऑस्ट्रिया ने ओलिवा शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- 1764 में बंगाल के नवाब मीर कासिम को अंग्रेजों ने हराया।
- 1765 में फिलाडेल्फिया में पहला अमेरिकी मेडिकल कॉलेज खुला।
- 1845 में चीन के कैंटन में थियेटर में आग लगने से 1600 लोगों की मौत।
- 1961 में कमांडर ऐलन शेपर्ड अंतरिक्ष में जाने वाले पहले अमेरिकी यात्री बने।
- 1965 में कंबोडिया ने अमेरिका के साथ राजनयिक संबंध समाप्त किए।
- 1969 में भारत के तीसरे राष्ट्रपति जाकिर हुसैन का निधन।
- 1981 में भारतीय सिने अभिनेत्री नरगिस का निधन।
- 1989 में देश के पहले 50 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का हरियाणा में शुभारंभ।
- 1993 में संयुक्त राष्ट्र ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की।
- 1998 में यूरो को यूरोपीय मुद्रा के रूप में स्वीकार किया गया।
- 2006 में पाकिस्तान और ईरान ने द्विपक्षीय गैस पाइप लाइन करार पर दस्तखत किए।
- 2008 में टाटा स्टील लिमिटेड को ब्रिटेन में कोयला खनन का पहला लाइसेंस मिला।
- 2013 में चीन में डायनासोर का लगभग 16 करोड़ साल पुराना जीवाश्म मिला।
- 2016 में कनाडा के अल्बर्टा में भीषण आग लगने से तकरीबन 80 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और इस दौरान अरबों डॉलर का नुकसान हुआ।
- 2020 में देश में कोविड-19 के संक्रमण के कारण जान गंवाने वालों की संख्या 1,306 हुई, कुल मामले बढक़र 40 हजार के पार।