भुभूजोत सुरंग परियोजना को रक्षा मंत्रालय ने सामरिक महत्व की परियोजना के रूप में नामित किया है, जिससे कांगड़ा और कुल्लू के बीच की दूरी 50 किलोमीटर तक घट जाएगी। हिमाचल सरकार इस परियोजना के माध्यम से बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाते हुए प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है।
हिमाचल प्रदेश: भुभूजोत सुरंग निर्माण परियोजना को मिली रक्षा मंत्रालय की स्वीकृति
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