हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर कहा कि ओवैसी अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। वक्फ बोर्ड में संशोधन के लिए जो बिल पास किया गया है, वह कानून के मुताबिक किया गया है। सभी कानून लोकसभा बनाती है। लोकसभा में सभी को बोलने का मौका दिया जाता है। बहुमत ने जो फैसला किया है, उसे सभी को मानना चाहिए। न मानना भी अदालत की अवमानना है। दरअसल ओवैसी ने लोकसभा में यह बिल फाड़ दिया था और इसकी तीखी आलोचना की थी।
ओवैसी-कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट पहुंचे
संसद से पारित वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ कानूनी लड़ाई तेज होने लगी है। कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने वक्फ बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। अब ओवैसी ने भी वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ सर्वोच्च अदालत में याचिका दायर कर दी है। राज्यसभा में यह बिल 128 सदस्यों के समर्थन से पास हुआ, जबकि 95 सदस्यों ने इसका विरोध किया। लोकसभा में 288 सदस्यों ने समर्थन और 232 ने विरोध किया था। इस तरह यह बिल पास हो चुका है और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा। हालांकि अगर सुप्रीम कोर्ट ने कोई फैसला नहीं दिया तो यह निर्विघ्र रूप से अमल पर लाया जा सकता है।
यह है ओवैसी का तर्क
संसद से भले ही वक्फ बिल पास हो गया है लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट में इसके खिलाफ याचिकाएं दायर हो रही हैं। ओवैसी ने भी इस बिल का विरोध करते हुए याचिका दायर कर कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक के प्रावधान मुसलमानों और मुस्लिम समुदाय के मौलिक अधिकारों का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन करते हैं।