पंजाब के अमृतसर में मंदिर पर ग्रेनेड हमला करने वाला आरोपी को पंजाब पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। इस मुठभेड़ में सिपाही घायल हुआ है। अमृतसर में मंदिर पर ग्रेनेड हमले के आरोपी गुरसिदक और विशाल को पकडऩे के लिए पुलिस ने राजासांसी इलाके में सर्चिंग की। इस दौरान मुठभेड़ हुई और गोली लगने से आरोपी गुरसिदक की मौत हो गई। संदिग्ध की पहचान गुरसिदक सिंह के रूप में हुई है। गुरसिदक और विशाल की राजासांसी इलाके में छिपे होने की जानकारी मिली थी।
पुलिस ने यह कहा
पुलिस के अनुसार, जब एसएचओ छेहरटा ने मोटरसाइकिल पर सवार आरोपियों को रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने अपनी मोटरसाइकिल छोड़ दी और पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। एक गोली कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह के सिर पर लगी, जबकि एक गोली इंस्पेक्टर अमोलक सिंह की पगड़ी पर लगी। एक गोली पुलिस के वाहन पर लगी। इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने आत्मरक्षा में अपनी पिस्तौल से गोली चलाई, जिससे आरोपी गुरसिदक घायल हो गया। अन्य आरोपी मौके से भागने में सफल रहे। गुरप्रीत सिंह और गुरसिदक को इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां गुरसिदक ने दम तोड़ दिया। थाना में एफआईआर दर्ज की जा रही है।
डीजीपी ने दिया अपडेट
पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि वशेष खुफिया जानकारी के आधार पर कमिश्नरेट पुलिस अमृतसर ने 15 मार्च, 2025 को ठाकुर द्वार मंदिर, अमृतसर पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को निर्णायक रूप से ट्रैक किया। विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत छेहरटा थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, और खुफिया जानकारी के आधार पर किए गए प्रयासों से आरोपियों की पहचान हुई। पुलिस टीमों ने राजासांसी में संदिग्धों का पता लगाया। आरोपियों ने गोली चलाई, जिसमें हेड कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह घायल हो गए और इंस्पेक्टर अमोलक सिंह की पगड़ी पर लगी। आत्मरक्षा में कार्रवाई करते हुए, पुलिस पार्टी ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें आरोपी घायल हो गया। उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहाँ बाद में उसकी मौत हो गई। अन्य आरोपियों की गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।