हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने किसानों के आर्थिक व सामाजिक उत्थान की प्रतिबद्धता दोहराई है। उन्होंने एक बार फिर किसानों को बड़ी वित्तीय सहायता दी गई। मुख्यमंत्री ने किसानों को विभिन्न योजनाओं के तहत 466 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी व प्रोत्साहन राशि जारी की। मनोहर लाल ने कहा कि कृषि और कृषक समुदाय सदैव हमारी सरकार की नीतियों के केंद्र बिंदु रहे हैं। इसलिए सरकार द्वारा किसानों के हितों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि देश की वृद्धि और विकास में किसान भाइयों के अमूल्य योगदान के लिए वर्तमान राज्य सरकार सदैव उनके साथ खड़ी है।
भावांतर भरपाई के लिए 177 करोड़ की प्रोत्साहन राशि दी
मनोहर लाल ने कहा कि आज भावांतर भरपाई योजना-बाजरा के तहत 2 लाख 50 हजार 470 किसानों के खातों में 177 करोड़ 84 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि भेजी है। इस योजना में 300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 7 लाख 40 हजार 985 एकड़ क्षेत्र के लिए यह राशि दी जा रही है। यह योजना वर्ष 2021 में शुरू की गई थी। आज से पहले भी इस योजना के तहत 870 करोड़ रुपये की राशि भावांतर भरपाई के रूप में दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि आज की राशि मिलाकर अब तक बाजरे के लिए 1047 करोड़ 84 लाख रुपये की राशि दी जा चुकी है। सीएम ने कहा कि इसके अतिरिक्त, 21 बागवानी फसलों के लिए भी भावांतर भरपाई राशि दी जाती है। इनके लिए अब तक 40 करोड़ 71 लाख रुपये की राशि दी जा चुकी है। दोनों प्रकार की प्रोत्साहन राशि मिलाकर कुल 1088 करोड़ 55 लाख रुपये किसानों के खातों मेें डाले जा चुके हैं।
मेरा पानी-मेरी विरासत योजना में 25 करोड़ 10 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी
सीएम ने जल संरक्षण और फसल विविधीकरण को लेकर शुरू की गई मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत 19,528 किसानों के खातों में 25 करोड़ 10 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि सीधे जारी की। इस योजना में 7,000 रुपये प्रति एकड़ की दर से 35,842 एकड़ क्षेत्र के लिए यह राशि दी जा रही है। इससे पहले इस योजना के तहत 118 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा चुकी है। मनोहर लाल ने बताया कि यह योजना वर्ष 2020 में शुरू की गई थी। आज की राशि मिलाकर अब तक धान की जगह पर कम पानी में उगने वाली फसलें बोने पर किसानों को कुल 143 करोड़ 50 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा चुकी है।
किसानों को ये सौगातें भी दीं
-धान की सीधी बिजाई (डी.एस.आर.) योजना के तहत किसानों को 24 करोड़ 42 लाख रुपये।
-6,621 किसानों के खातों में 24 करोड़ 42 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि भेजी गई।
-योजना में 4,000 रुपये प्रति एकड़ की दर से 61,052 एकड़ क्षेत्र के लिए यह राशि दी जा रही है। इससे पहले भी इस योजना के तहत 47 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा चुकी है।
-यह योजना वर्ष 2021 में शुरू की गई थी। आज की राशि मिलाकर अब तक धान की सीधी बिजाई करने पर किसानों को 71 करोड़ 42 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा चुकी है।
-प्राकृतिक खेती योजना के तहत 2,679 किसानों के खातों में भेजी 1 करोड़ 20 लाख रुपये की राशि।
-रसायन मुक्त कृषि से हटकर किसान प्राकृतिक खेती को अपनाएं, इसलिए राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती योजना चलाई है।
-प्लास्टिक के 4 ड्रमों पर 3 हजार रुपये और दूसरे घटक के तहत देसी गाय की खरीद पर 25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
-2,500 किसानों के खातों में 75 लाख रुपये की तथा दूसरे घटक के तहत 179 किसानों के खातों में 45 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि डाली जा रही है। इन दोनों घटकों में 2,679 किसानों के खातों में कुल 1 करोड़ 20 लाख रुपये की राशि दी गई है।