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    हरलीन ने PM से पूछा स्किन केयर रूटीन, कोच बोले- बाल सफेद हो गए

    विश्वकप 2025 का खिताब जीतने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की, तो माहौल बेहद हल्का-फुल्का और खुशनुमा रहा। इस दौरान खिलाड़ियों ने अपने चुलबुले अंदाज से पीएम मोदी को भी हँसने पर मजबूर कर दिया।


    हरलीन ने पूछा ‘ग्लो’ का राज

    टीम की खिलाड़ी हरलीन देओल ने बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री से उनका स्किन केयर रूटीन पूछ लिया। हरलीन का सवाल, “सर मुझे आपकी स्किन केयर रूटीन पूछना है। आप बहुत ग्लो करते हो सर।” सवाल सुनकर पीएम मोदी समेत सभी लोग ठहाके लगाकर हंस पड़े। प्रधानमंत्री ने मजाकिया अंदाज में अपना सिर पकड़ लिया और कहा, “मेरा इस विषय पर ज्यादा ध्यान नहीं गया था।” इस पर टीम की खिलाड़ी स्नेह राणा ने तुरंत कहा, “सर यह करोड़ों देशवासियों का प्यार है।” पीएम मोदी ने इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि यह बहुत बड़ी ताकत होती है।

    कोच मजूमदार का मजेदार जवाब

    टीम के मुख्य कोच अमोल मजूमदार ने इस मौके पर चुटकी ली। कोच मजूमदार बोले, “सर देखा आपने सवाल कैसे आते हैं। अलग-अलग कैरेक्टर्स हैं। दो साल हो गए इनके हेड कोच रहते। बाल सफेद हो गए मेरे।” इस पर प्रधानमंत्री मोदी भी खुलकर हँसे।

    हरलीन का चुलबुला अंदाज़

    हरलीन देओल ने पीएम मोदी को बताया कि उन्हें टीम के खिलाड़ियों को हँसाना पसंद है और इसके लिए वह अक्सर हरकतें करती रहती हैं। पीएम मोदी ने हरलीन से पूछा, “यहां आकर भी कुछ किया होगा?” हरलीन ने कहा, “इन लोगों ने मुझे डांट दिया था। कहा कि शांत रहो।” इस बात पर पीएम मोदी के साथ-साथ सभी खिलाड़ी हँसने लगे।


    किंग चार्ल्स से ज़्यादा पीएम मोदी से मिलने की ख्वाहिश

    कोच अमोल मजूमदार ने इंग्लैंड दौरे का एक भावुक किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि जब टीम को किंग चार्ल्स के साथ तस्वीर खिंचवाने का मौका मिला, तो सपोर्ट स्टाफ ने मजाक में कहा कि उन्हें किंग चार्ल्स के साथ फोटो की जल्दी नहीं, क्योंकि वे वह पल तब के लिए संभालकर रखना चाहते थे, जब वे विश्व कप जीतकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे।

    ‘सिर्फ ट्रॉफी नहीं, बदलाव जीतना था’

    उप-कप्तान स्मृति मंधाना ने जीत के पीछे का उद्देश्य बताया। उन्होंने कहा कि टीम का लक्ष्य सिर्फ कप उठाना नहीं था, बल्कि उन धारणाओं को बदलना था जो महिलाओं के खेल को लेकर समाज में थीं, और अगली पीढ़ी की लड़कियों को प्रेरित करना था। प्रधानमंत्री ने भी यही भावना साझा करते हुए कहा कि यह जीत सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि भारत की बेटियों की नई पहचान का प्रतीक है।

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