भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने रूसी कंपनी यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन (UAC) के साथ एक समझौता (MoU) किया है। इस करार के तहत, दोनों कंपनियां मिलकर भारत में पहली बार पूर्ण यात्री विमान SJ-100 जेट का निर्माण करेंगी।
SJ-100 जेट की मुख्य बातें और महत्व:
HAL और UAC भारत में SJ-100 जेट बनाएंगे। HAL को घरेलू उपभोक्ताओं के लिए विमान बनाने का अधिकार हासिल होगा। SJ-100 एक दो इंजनों वाला, नैरो-बॉडी एयरक्राफ्ट है। विश्व स्तर पर इसे 16 से ज्यादा कमर्शियल एयरलाइनें संचालित कर रही हैं और 200 से अधिक विमानों का निर्माण हो चुका है। HAL का मानना है कि यह विमान भारत सरकार की उड़ान योजना (UDAN Scheme) के तहत कम दूरी की कनेक्टिविटी के लिए गेम चेंजर साबित होगा। HAL ने इस निर्माण को भारतीय एविएशन इंडस्ट्री के इतिहास में एक नए अध्याय का आरंभ बताया है। यह नागरिक उड्डयन क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे निजी क्षेत्र मजबूत होंगे और सीधे तथा परोक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
भारतीय एविएशन सेक्टर की जरूरत:
अनुमान है कि भारतीय एविएशन सेक्टर को अगले 10 वर्षों में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी की जरूरतों को पूरा करने के लिए 200 से अधिक नैरो-बॉडी वाले यात्री विमानों की जरूरत होगी। इसके अलावा, हिंद महासागर के नजदीकी देशों में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थलों के लिए अतिरिक्त 350 विमानों की आवश्यकता होगी।
HAL ने कहा कि यह पहली बार है जब भारत में एक पूर्ण यात्री विमान बनाया जाएगा। इससे पहले HAL ने 1961 में AVRO HS-748 का उत्पादन शुरू किया था, जो 1988 में समाप्त हो गया था। भारत और रूस के बीच यह नया विमान निर्माण करार, अमेरिका के लिए एक और झटका माना जा रहा है।


