वेस्टइंडीज के विस्फोटक ऑलराउंडर आंद्रे रसेल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। जमैका के सबीना पार्क में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मंगलवार (22 जुलाई 2025) को खेला गया दूसरा टी20 मैच उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का आखिरी मुकाबला साबित हुआ। इस मैच में रसेल ने अपनी ख्याति के अनुरूप तूफानी पारी खेली और चार छक्के जड़कर अपने फैंस का दिल जीत लिया।
आखिरी मैच में यादगार प्रदर्शन
रसेल ने अपने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच में केवल 15 गेंदों पर 36 रनों की धुआंधार पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 2 चौके और 4 गगनचुंबी छक्के लगाए, जिससे उनका स्ट्राइक रेट 240 का रहा। हालांकि वेस्टइंडीज यह मैच 8 विकेट से हार गया, लेकिन रसेल की पारी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मैदान पर उतरने से पहले उन्हें वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया, जो उनके शानदार करियर के प्रति सम्मान का प्रतीक था।
एक दशक से अधिक का करियर
37 वर्षीय आंद्रे रसेल ने 2011 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। अपने करियर में उन्होंने एक टेस्ट, 56 वनडे और 86 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। बल्ले से उन्होंने कुल 2114 रन बनाए, जिसमें वनडे में उनका स्ट्राइक रेट 130.22 का रहा, जो 500 से अधिक गेंदें खेलने वाले बल्लेबाजों में सर्वश्रेष्ठ है। गेंदबाजी में उन्होंने 132 विकेट भी चटकाए।
रसेल 2012 और 2016 में टी20 विश्व कप जीतने वाली वेस्टइंडीज टीम का अहम हिस्सा थे। 2016 के सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ उनकी 20 गेंदों में नाबाद 43 रनों की पारी यादगार रही थी।
अब केवल फ्रेंचाइजी क्रिकेट
संन्यास के बाद, आंद्रे रसेल अब दुनिया भर की विभिन्न फ्रेंचाइजी लीगों में खेलना जारी रखेंगे। उनकी ‘रसेल पावर’ अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर भले ही न दिखे, लेकिन वह दुनिया भर की टी20 लीगों में फैंस का मनोरंजन करते रहेंगे। आंद्रे रसेल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने पर आपकी क्या राय है?