भारत ने शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के शतकों की बदौलत इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेला गया चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ करा लिया। इंग्लैंड के 669 रनों के विशाल स्कोर और 311 रनों की बढ़त के बावजूद भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार जज्बा दिखाया और मैच को बचाने में कामयाब रहे।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 669 रन बनाकर भारत पर 311 रनों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली थी, जिससे भारतीय टीम पर पारी की हार का खतरा मंडरा रहा था। भारत की पहली पारी 358 रनों पर सिमट गई थी। जवाब में, दूसरी पारी की शुरुआत में ही भारत ने अपने शुरुआती दो विकेट बिना कोई रन बनाए गंवा दिए, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
हालांकि, इसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने गजब का साहस और धैर्य दिखाया। कप्तान शुभमन गिल ने शानदार शतक (103 रन) जड़ते हुए टीम को स्थिरता प्रदान की। केएल राहुल ने भी 90 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली और गिल के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 188 रनों की साझेदारी की।
गिल और राहुल के आउट होने के बाद, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने मोर्चा संभाला। दोनों ऑलराउंडरों ने जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए पांचवें विकेट के लिए 203 रनों की अटूट साझेदारी की। जडेजा ने 107 रनों की नाबाद पारी खेली, जबकि वाशिंगटन सुंदर ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ते हुए 101 रन बनाए और नाबाद रहे।
दोनों खिलाड़ियों के शतक पूरे होने के बाद, मैच ड्रॉ पर समाप्त करने का फैसला किया गया। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 4 विकेट के नुकसान पर 425 रन बनाए। इंग्लैंड के लिए क्रिस वोक्स ने 2 विकेट लिए, जबकि बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर को 1-1 विकेट मिला।
इस ड्रॉ के साथ, पांच मैचों की श्रृंखला में इंग्लैंड अभी भी 2-1 से आगे है। यह ड्रॉ भारतीय टीम के लिए किसी जीत से कम नहीं है, खासकर तब जब वे पारी की हार के कगार पर थे। जडेजा और सुंदर की शतकीय पारियों ने न केवल मैच बचाया बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक यादगार साझेदारी भी दर्ज की। अगला और अंतिम टेस्ट 31 जुलाई से ओवल में खेला जाएगा।