पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाएं जाने के लिए गैरसैंण शहीद स्मारक पर उपवास रखा। पूर्व सीएम ने भरी दोपहर में टार्च एवं कैंडिल जलाकर जब स्थाई राजधानी गैरसैंण का बोर्ड ढूंढा तो मौजूद कांग्रेसियों ने जोरदार तरीके से गैरसैंण को राज्य की स्थाई राजधानी बनाए जाने के नारे बुलंद कर दिए। जैसे ही राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण (गैरसैंण) में मानसून सत्र शुरू हुआ।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने गैरसैंण में स्थाई राजधानी गैरसैंण बनाए जाने की मांग को लेकर एक दिवसीय उपवास रखा। पूर्व सीएम रावत के नेतृत्व में रखे जाने वाले उपवास को लेकर सरकार, कांग्रेस व क्षेत्रीय लोगों में भारी उत्सुकता बन गई थी। करीब 12 बजे शहीद स्मारक पर सभी कांग्रेसी एकत्रित हुए वहां से एक रैली निकाली गई जो जीएमवीएन, विकासखंड कार्यालय, तहसील कार्यालय होते हुए वापस शहीद स्मारक पहुंचा। इस दौरान जहां एक और कांग्रेसी गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने के समर्थन में जोरदार नारेबाजी कर रहे थे।