जिंदगी में कोई भी सपना संसाधन से नहीं बल्कि साहस से पूरा होता है। इस बात को सच साबित कर दिखाया है 29 वर्षीय आयुषी डबास ने जिन्होंने बिना आँखों के ही देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी में न सिर्फ सफलता हासिल की बल्कि आईएएस अफसर बनकर इतिहास रच दिया है। आयुषी अपने पांचवें प्रयास में यूपीएससी 2021 में 48 वी रैंक हासिल करने में सफल हुई है।
कौन है आयुषी ?
सबसे पहले आपको बता देते हैं आखिर कौन है यह काबिल अफसर। आयुषी की मां घर पर ही रहती हैं, उनके पिता पंजाब में एक निजी कंपनी में काम करते हैं। आयुषी अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां, आशा रानी को देती हैं, जो एक वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी हैं, जो 2020 में स्वेच्छा से सेवानिवृत्त हो गईं।
दिल्ली से की कॉलेज
आयुषी ने अपनी शिक्षा अपने गृहनगर रानी खेड़ा के एक निजी स्कूल में पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज से अपनी डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने इग्नू से इतिहास में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की।
आईएएस बनने से पहले थी शिक्षिका
दृष्टिहीन होने के बावजूद आयुषी पिछले एक दशक से एक शिक्षिका हैं, शुरुआत में उन्होंने एमसीडी संस्थान में एक अनुबंध प्राथमिक विद्यालय शिक्षक के रूप में शुरुआत की। 2019 में, दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, वह गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नंबर 2, मुबारकपुर डबास में इतिहास की शिक्षिका बन गईं और कक्षा 11 और 12 में छात्रों को इतिहास पढ़ाती थीं।