नई सरकार के गठन के बाद अब पहला सत्र भी जल्द ही आहूत होने वाला है। लोकसभा का 24 जून और राज्यसभा का 27 जून से सत्र शुरू होगा। मानसून सत्र में आम बजट भी पेश किया जाएगा। सबसे अहम बात यह निकलकर आ रही है कि इस बार संसद की सुरक्षा फुलप्रूफ होगी। पहली बार ऐसा होगा जब संसद की सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ के पास होगा। हालांकि अभी तक लिखित ऑर्डर नहीं आया है, लेकिन यह कन्फर्म है कि सीआईएसएफ और पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस ही सुरक्षा की कमान संभालेगी। इसके लिए सीआईएसफ के 2500 जवानों को तैनात किया जाएगा। सांसदों की पहचान और प्रोटोकॉल का जिम्मा पार्लियामेंट सिक्योरिटी फोर्स का ही होगा।
इसलिए लेना पड़ा फैसला
13 दिसंबर 2001 को संसद में आतंकी हमला हुआ था। इसके 22 साल बाद पिछले साल 13 दिसंबर 2023 को दो युवकों ने संसद में घुसकर स्मोग बम फेंके थे। इससे किसी को नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन यह संसद की सुरक्षा में चूक का मामला जरूर था। उस समय सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के पास संसद की सुरक्षा की कमान थी। इन दोनों घटनाओं से सबक लेते हुए सरकार ने अब सीआईएसएफ को सुरक्षा की कमान सौंप दी है।
दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ को हटाया जाएगा
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के कमांडो की तैनाती के बाद दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ को वहां से हटा दिया जाएगा। सीआईएसएफ और पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस के वरिष्ठ अधिकारी उन गेटों पर तैनात होंगे, जहां से सांसद और मंत्री प्रवेश करेंगे। ट्रैफिक पुलिस पहले की तरह यातायात व्यवस्था संभालेगी। थाने में किसी प्रकार की शिकायत या कार्रवाई का मामला दिल्ली पुलिस के जिम्मे ही रहने वाला है।