उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल तक भारी बारिश के कारण कई राज्यों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। केंद्रीय जल आयोग और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के मुताबिक, गंगा और यमुना समेत कई प्रमुख नदियां उफान पर हैं।
उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना का कहर सबसे ज्यादा दिख रहा है। प्रयागराज में दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे हजारों घरों में पानी घुस गया है और लगभग तीन हजार लोग बेघर हो गए हैं। वाराणसी में भी गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे कई घाट जलमग्न हो गए हैं और नावों से आवागमन करना पड़ रहा है। बुंदेलखंड के बांदा जिले में यमुना और केन नदियां अपने रौद्र रूप में हैं, जिससे कई गांव टापू बन गए हैं और सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
इसके अलावा, बिहार में भी कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यहां की प्रमुख नदियों जैसे गंडक, कोसी और बागमती का जलस्तर बढ़ने की आशंका है। पश्चिम बंगाल में भी नदियों के उफान पर होने की खबरें हैं।
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए कई राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट तब जारी किया जाता है जब भारी से बहुत भारी बारिश (115.6 से 204.4 मिमी) की संभावना होती है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।