अगर आप किसी जगह एक से दो बार असफल हो जाये तो शायद तीसरे प्रयास की कोशिश भी न करें। लेकिन उत्तर प्रदेश गोरखपुर के गौरव त्रिपाठी तीन बार यूपीएससी की परीक्षा में फेल हो चुके थे। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और आखिरकार आईपीएस अफसर बनकर ही दम लिया। गौरव की सफलता की ये कहानी आज लाखो होनहार छात्रों के लिए प्रेरणा का काम कर रही है।
कौन हैं गौरव त्रिपाठी ?
गौरव त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले हैं, यही उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। गौरव के पिता एक जनरल स्टोर के मालिक थे। उन्होंने आईआईटी रूड़की से बीटेक की पढ़ाई पूरी की, लेकिन इंजीनियरिंग के दिनों में उन्होंने सिविल सेवाओं की ओर रुख करने का फैसला किया।और यूपीएससी की तैयारी में पूरी लगन के साथ जुट गए।
बार-बार हुए असफल
साक्षात्कार चरण में दो प्रयासों में असफल होने के बाद भी उनका अटूट लचीलापन कमजोर नहीं हुआ। इंटरव्यू राउंड में उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था. अपने तीसरे प्रयास में भी वह सफल नहीं हो सके. आख़िरकार चौथे प्रयास में उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई और उन्होंने AIR 226 हासिल किया।
हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि जब वह यूपीएससी के लिए दिन-रात पढ़ाई कर रहे थे, तब वह अपने बढ़ते वजन से भी जूझ रहे थे। एक समय था जब उनका वजन लगभग 101 किलो था। इसलिए, उन्होंने अपनी काया पर काम करने का फैसला किया और तीन महीने में 16 किलो वजन कम किया।