केंद्र सरकार जल्द ही सेटेलाइट स्पेक्ट्रम की नीलामी कर नहीं जा रही है। अगर ऐसा हुआ तो यह सबसे फास्ट इंटरनेट सेवा होगी। सरकार ने पहले ही 5 जी स्पेक्ट्रम की नीलामी कर दी है। अब नई टेक्नोलॉजी को मंजूरी देने के साथ ही पहला चरण सेटेलाइट स्पेक्ट्रम आवंटन का होगा। दूरसंचार विभाग ने इसकी तैयारियां तेज कर दी हैं। ट्राई से आवंटन के नियम और शर्तों को लेकर सिफारिश मांगी जाएगी। विचार-विमर्श के बाद जियो, एयरटेल, आइडिया जैसी टेलीकॉम कंपनियों से आवेदन मांगे जाएंगे। सेटेलाइट स्पेक्ट्रम के जरिए न तो तार की जरूरत पड़ेगी, न टॉवर लगेगा। सीधे सेटेलाइट के जरिए फास्ट इंटरनेट प्रोवाइड कराया जाएगा।
ऐसी होगी सेटेलाइट इंटरनेट सर्विस
देश में अभी रिलायंस जियो और एयरटेल की साझेदारी वाली वन वेब के पास सेटेलाइट सर्विस का लाइसेंस है। एलन मस्क स्टारलिंक भी भारत से सेटेलाइट सर्विस का लाइसेंस मांग रही है। सेटेलाइट इंटरनेट सर्विस सीधे सेटेलाइट से इंटरनेट सर्विस देगी। इसके लिए रिसीवर की जरूरत होगी जिसकी मदद से इंटरनेट प्रोवाइड कराया जाएगा। इसके लिए तार या मोबाइल टॉवर की जरूरत नहीं होगी। इंटरनेट की डाउनलोउिग स्पीड 1 जीबीपीएस होगी। इस पर कवरेज और मौसम की खराबी का भी असर नहीं होगा।