उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के हालही में नतीजे सामने आये। इस परीक्षा में प्रदेश के होनहार छात्रों ने सफलता की कई नई इबारते लिख दी हैं। ऐसी ही एक कहानी है किसान के बेटे माधव उपाध्याय की जिन्होंने पूरे प्रदेश में टॉप कर इतिहास रच दिया है।
किसान का बेटा बना डिप्टी कलेक्टर
यूपीपीएससी पीसीएस की परीक्षा में माधव उपध्याय ने 10वा स्थान प्राप्त किया है. माधव के पिता हरिओम उपाध्याय किसान हैं और उन्होंने काफी मेहनत से माधव को पढ़ाया लिखाया. खास बात यह है कि माधव ने यह उपलब्धि सरकारी नौकरी करते हुए हासिल की है. माधव मूल रूप से कासगंज के कालानी सिढ़पुरा के निवासी है.
चौथे प्रयास में मिली सफलता
बता दें कि माधव वर्तमान में प्रयागराज में समीक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं और सरकारी नौकरी पाने के बाद भी वह लगातार सिविल सेवा की तैयारी में जुटे थे. उन्होंने एक दो नहीं पूरे चार बार यूपीपीएससी पीसीएस की परीक्षा थी. जिसमें उन्हें तीन बार असफलता हाथ लगी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अब चौथे प्रयास में टॉप 10 में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे.
संघर्ष से सफलता तक का सफर
माधव सिढ़पुरा के कलानी गांव के रहने वाले हैं जहां उनके पिता हरि ओम उपाध्याय खेती-किसानी करते हैं. बता दें कि माधव ने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई एटा के नवोदय विद्यालय से की है. इससे आगे की पढ़ाई उन्होंने गंजडुंडवारा के पीजी कॉलेज से की है. यहीं से उन्होंने बीएससी किया और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने लगे. माधव के परिवार में उनके अलावा उनके दो भाई हैं. बड़े भाई मोहित उपाध्याय सिढ़पुरा में इलेक्ट्रॉनिक की दुकान चलाते हैं और उनकी बहनें खुशबू और सुगंधी की शादी हो चुकी है.माधव की यह कहानी अब प्रदेश और देश के लाखो छात्रों को प्रेरित कर रही है।