उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के जसवंतनगर क्षेत्र के जैनपुर नागर गांव की किसान की बेटी संजू जाटव ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से एक मिसाल कायम की है। संजू ने हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के पद पर चयनित होकर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे गांव का नाम रोशन किया है। उनकी यह उपलब्धि सीमित संसाधनों और ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
संजू जाटव के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत नहीं थी। उनके पिता एक किसान हैं और परिवार का भरण-पोषण खेती पर ही निर्भर करता था। ऐसे में संजू के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करना और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना आसान नहीं था। हालांकि, उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और साथ ही पुलिस भर्ती के लिए भी तैयारी करती रहीं।
संजू की सफलता उनकी अदम्य इच्छाशक्ति और समर्पण का परिणाम है। वह रोजाना घंटों पढ़ाई करती थीं और शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए भी कड़ी मेहनत करती थीं। गांव में उपलब्ध सीमित सुविधाओं के बावजूद, उन्होंने अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखा। उनकी यह सफलता दर्शाती है कि दृढ़ संकल्प और अथक प्रयास से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है।
संजू के चयन की खबर सुनकर उनके परिवार और गांव में खुशी का माहौल है। गांव के लोग संजू को बधाई देने उनके घर पहुंच रहे हैं। संजू ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के समर्थन और अपने गुरुजनों के मार्गदर्शन को दिया है।
संजू जाटव की कहानी उन हजारों युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं और बड़े सपने देखते हैं। यह साबित करता है कि अगर आपमें लगन और दृढ़ता है, तो सफलता निश्चित रूप से आपके कदम चूमेगी। संजू अब उत्तर प्रदेश पुलिस में अपनी सेवाएं देकर समाज और अपने प्रदेश की सेवा करेंगी।