भारतीय टीम के स्टार स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने ब्रिस्बेन टेस्ट मैच के ड्रॉ होने के बाद रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। रविचंद्रन अश्विन का रिटायरमेंट किसी ने सीरीज के बीच में सोचा नहीं था। उन्होंने अचानक से प्रेस कॉन्फ्रेंस में आने का फैसला किया और फिर रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। रविचंद्रन अश्विन के रिटायरमेंट के बाद एक तरफ फैंस काफी दुखी हैं तो वहीं भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने उनके रिटायरमेंट को लेकर नाराजगी जताई है।
बीच सीरीज में नहीं लेना था अश्विन को रिटायरमेंट: सुनील गावस्कर
अश्विन के अचानक से रिटायरमेंट लेने से सुनील गावस्कर नाराज है। उन्होंने अश्विन को लेकर कहा कि “वो सीरीज खत्म होने के बाद कह सकते थे, ‘मैं भारत के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहूंगा’। ऐसा ही होता है, इसी तरह जब एमएस धोनी 2014-15 सीरीज में तीसरे टेस्ट के अंत में रिटायर हुए, तो आप एक खिलाड़ी कम रह गए। चयन समिति ने एक दौरे के लिए बहुत से खिलाड़ियों को एक उद्देश्य के साथ चुना है। अगर कोई चोटिल होता है तो वो टीम में रिजर्व खिलाड़ियों में से चयन कर सकते हैं।
इसलिए, सिडनी ऐसी जगह है जहां स्पिनरों के लिए बहुत सहायता उपलब्ध है। इसलिए भारत 2 स्पिनरों के साथ खेल सकता था। आप कभी नहीं जानते। वो निश्चित रूप से वहां हो सकता था। मुझे नहीं पता कि मेलबर्न की पिच कैसी होगी।
आपको बता दें रविचंद्रन अश्विन को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले पर्थ टेस्ट मैच में प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। उसके बाद पिंक बॉल डे नाइट टेस्ट मैच में अश्विन को खिलाया गया उनका प्रदर्शन उतना खास नहीं रहा। फिर उसके बाद ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में अश्विन को नहीं खिलाया गया और उनकी जगह रवींद्र जडेजा को टीम में शामिल किया गया।