आईपीएल 2025 का सफर भले ही चेन्नई सुपर किंग्स के लिए निराशाजनक रहा हो, लेकिन मंगलवार को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेले गए मुकाबले में एक बेहद खास और दिल छू लेने वाला पल दिखा। इस मैच में आईपीएल इतिहास के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी (43 साल) और सबसे कम उम्र के खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी (14 साल) एक ही मैदान पर आमने-सामने थे। यह आईपीएल के इतिहास में शायद पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी उम्र के अंतर वाले दो खिलाड़ी एक साथ मुकाबला खेल रहे हों। यह संयोग तब और खास हो गया जब मैच खत्म होने के बाद युवा वैभव सूर्यवंशी ने अपने आदर्श महेंद्र सिंह धोनी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इस भावुक पल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और क्रिकेट प्रशंसक इसे भारतीय संस्कार और खेल भावना का अद्भुत उदाहरण बता रहे हैं। धोनी ने भी मुस्कुराते हुए वैभव की पीठ थपथपाई और उनसे कुछ बात की, जिससे युवा खिलाड़ी के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।
वैभव ने फिर खेली धुआंधार पारी
बिहार के समस्तीपुर से आने वाले वैभव सूर्यवंशी ने इस सीजन में राजस्थान रॉयल्स के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। चेन्नई के खिलाफ उन्होंने 33 गेंदों पर 57 रनों की धुआंधार पारी खेली, जिसमें 4 चौके और 4 छक्के शामिल थे। वैभव ने इस सीजन में एक शतक और एक अर्धशतक भी लगाया है, और वह आईपीएल इतिहास के सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं।
धोनी की फिटनेस और जुनून गजब का
2011 विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज भी अपनी फिटनेस और खेल के प्रति जुनून से सबको हैरान कर रहे हैं। 43 साल की उम्र में भी उनका विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी में प्रदर्शन लाजवाब रहा है। धोनी और वैभव के बीच का यह अनूठा संयोग सिर्फ एक मैच का पल नहीं था, बल्कि यह खेल के भीतर पीढिय़ों के बीच के सम्मान, प्रेरणा और भविष्य की उम्मीद को भी दर्शाता है। यह दर्शाता है कि कैसे खेल उम्र की सीमाओं से परे जाकर खिलाडिय़ों को एक साथ लाता है और उन्हें एक-दूसरे से सीखने और प्रेरित होने का अवसर देता है।