राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने आज आईआईटी मद्रास के 62वें दीक्षांत समारोह में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर नौ आतंकी ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया और इनमें से एक भी निशाना नहीं चूका। डोभाल के इस बयान ने देश की सैन्य क्षमताओं और खुफिया तंत्र की दक्षता पर गर्व व्यक्त किया।
डोभाल ने अपने संबोधन में कहा, “हमने पाकिस्तान के भीतर विभिन्न स्थानों पर फैले नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने का फैसला किया था। ये सीमावर्ती इलाकों में नहीं थे, बल्कि पाकिस्तान के भीतर ‘क्रिस-क्रॉस’ पैटर्न में थे। हमने एक भी निशाना नहीं छोड़ा। हमने उन ठिकानों के अलावा कहीं और हमला नहीं किया।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कार्रवाई इतनी सटीक थी कि भारत को पता था कि कौन कहाँ है, और पूरा ऑपरेशन मात्र 23 मिनट में संपन्न हो गया।
एनएसए ने 7 मई को तड़के 1 बजे के बाद हुए इस ऑपरेशन के बारे में आगे बताते हुए कहा कि विदेशी मीडिया ने इस बारे में कई तरह की खबरें प्रकाशित कीं, जिसमें पाकिस्तान द्वारा भारत को नुकसान पहुंचाने का दावा भी किया गया। डोभाल ने चुनौती देते हुए कहा, “आप मुझे एक भी तस्वीर या छवि दिखा सकते हैं, जिसमें भारत को कोई नुकसान हुआ हो, यहां तक कि एक कांच का टुकड़ा भी टूटा हो?”
डोभाल ने यह भी कहा कि विदेशी मीडिया द्वारा 10 मई से पहले और बाद में पाकिस्तान के 13 हवाई अड्डों, जैसे सरगोधा, रहीम यार खान, चाकलाला आदि की उपग्रह तस्वीरें भी प्रकाशित की गईं थीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत पाकिस्तानी हवाई अड्डों को नुकसान पहुंचाने में सक्षम है, लेकिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का लक्ष्य केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत की सैन्य कार्रवाई बताया जा रहा है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। यह ऑपरेशन भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का भी प्रदर्शन था, जिस पर एनएसए ने विशेष जोर दिया। डोभाल के इस बयान को भारत की आतंकवाद विरोधी नीति में एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है।