अपनों का साथ छूट जाये तो हर रास्ता मुश्किल भरा लगने लगता है। लेकिन मन में लक्ष्य के प्रति समर्पण और दिल में कुछ हासिल करने का जूनून हो तो हर मुश्किल से लड़कर मंजिल तक पहुंचा जा सकता है। इस बात को सच साबित किया है अयोध्या की बेटी निधि शुक्ला ने जिसने अपने पिता की मौत के बाद भी अपने सपने को नहीं बिखरने दिया और एसडीएम पद के लिए आखिरकार चयनित हो ही गई।
यूपीसीएस में हासिल की आठवीं रैंक
निधि शुक्ला ने यूपीसीएस में आठवां और महिलाओ के वर्ग में दूसरा रैंक हासिल किया है. दूसरे प्रयास में निधि शुक्ला को सफलता मिली. निधि शुक्ला का चयन एसडीएम के पद पर हुआ है. पीसीएस परीक्षा में बेटी की कामयाबी से परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है. निधि शुक्ला ने बताया कि पिता का सपना साकार हुआ है.
पिता की मौत के बाद भी नहीं बिखरा सपना
निधि के पिता का सपना था बेटी अधिकारी बने. मां मनोरमा शुक्ला ने बताया कि पिता बेटी को अधिकारी बनाना चाहते थे, पीसीएस परीक्षा में सफलता हासिल कर बेटी ने आज पिता का सपना साकार कर दिया है. निधि शुक्ला ने छत्तीसगढ़ के कोरिया से हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की, पिता संतोष शुक्ला की तैनाती छत्तीसगढ़ के कोरिया जनपद में थी. आदिवासी जनजाति विभाग में तैनात पिता की मौत के बाद परिवार मूल निवास अयोध्या आ गया. निधि शुक्ला ने इंटरमीडिएट की पढ़ाई शहर के अनिल सरस्वती से पूरी की.
कड़ी मेहनत के बाद मिली सफलता
निधि ने स्नातक अयोध्या के दरबारी लाल बिमला देवी अधियारी मिल्कीपुर से किया, परास्नातक की पढ़ाई कुंवर चंद्रावती डिग्री कॉलेज कोटसराय से की पीसीएस टॉपर निधि शुक्ला पिता को प्रेरणा स्रोत मानती हैं. उन्होंने कहा कि पिता के आशीर्वाद से पीसीएस परीक्षा में आठवीं रैंक मिली. 2021 में भी निधि शुक्ला ने पीसीएस परीक्षा दी थी. उन्होंने परीक्षा की तैयारी ग्रेजुएशन के बाद शुरू कर दी थी. निधि शुक्ला की मां मनोरमा शुक्ला बताती हैं कि बेटी मेहनत की बदौलत आज इस मुकाम पर पहुंच गई है. परिवार ने तो सिर्फ पैसे से मदद की है लेकिन सारी मेहनत तो बेटी ने ही की है।