बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के पास दो EPIC (इलेक्ट्रॉनिक फोटो पहचान पत्र) नंबर हैं, जिसका मतलब है कि उनके पास दो वोटर आईडी कार्ड हो सकते हैं। पात्रा ने पूछा कि क्या तेजस्वी यादव ने 2020 के विधानसभा चुनाव में नामांकन के दौरान गलत हलफनामा दाखिल किया था और क्या उन्होंने शपथ लेकर झूठ बोला था?
संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि तेजस्वी यादव का एक EPIC नंबर 2012 का है, जो राघोपुर विधानसभा क्षेत्र का है, और दूसरा EPIC नंबर 2015 का है, जो पटना के विधानसभा क्षेत्र का है। उन्होंने सवाल उठाया कि एक ही व्यक्ति के पास दो अलग-अलग वोटर आईडी कार्ड कैसे हो सकते हैं, और यह चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन है। पात्रा ने चुनाव आयोग से इस मामले की जांच करने की मांग की।
पात्रा ने आरोप लगाया कि 2020 के विधानसभा चुनाव में, तेजस्वी यादव ने राघोपुर से चुनाव लड़ा और नामांकन के दौरान अपने हलफनामे में सिर्फ एक EPIC नंबर का उल्लेख किया। उन्होंने पूछा कि क्या तेजस्वी यादव ने जानबूझकर दूसरा EPIC नंबर छुपाया और क्या यह एक कानूनी अपराध है? पात्रा ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और इससे तेजस्वी यादव की राजनीतिक ईमानदारी पर सवाल उठते हैं।
बीजेपी के आरोपों पर आरजेडी ने पलटवार किया है। आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि यह बीजेपी की हताशा का नतीजा है और वे तेजस्वी यादव की लोकप्रियता से डर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह एक तकनीकी गलती हो सकती है, लेकिन तेजस्वी यादव ने कभी भी गलत जानकारी नहीं दी है। हालांकि, बीजेपी इस मुद्दे को लेकर लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है।