बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों को लेकर राजनीतिक दलों और नए चेहरों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। जनसुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने हार को एक सबक बताया है, वहीं राजद सांसद मनोज झा ने NDA को जीत की शुभकामनाएं देते हुए उन्हें तेजस्वी यादव के एजेंडे पर काम करने की सलाह दी है।
जनसुराज अध्यक्ष उदय सिंह का बयान
जनसुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने चुनाव परिणाम को लेकर आत्म-मूल्यांकन किया है। उदय सिंह ने स्वीकार किया कि वे अपने मतदाताओं को यह विश्वास दिलाने में सफल नहीं हो पाए कि जनसुराज एक मजबूत विकल्प है। उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए एक सबक है कि हम अपने मतदाताओं को इतना आश्वस्त नहीं कर पाए कि वे हमें एक विकल्प के रूप में देखें, अंत में जब वे RJD से डर गए तो वे NDA की ओर चले गए।”
सरकार पर पैसे बांटने का आरोप:
उन्होंने NDA की बड़ी जीत के पीछे ‘पैसा बांटने’ को कारण बताया। उन्होंने कहा, “NDA को इतना बड़ा बहुमत मिलने के पीछे का कारण यह है कि सरकार ने जिस तरह का पैसा बांटा है वह अप्रत्याशित है और इससे बिहार पर बहुत अधिक बोझ पड़ने वाला है।” उदय सिंह ने निराशा को खारिज करते हुए दृढ़ संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “न हम JDU के कहने पर राजनीति में आए थे और न ही उनके कहने पर हम राजनीति छोड़ेंगे, जब तक बिहार को नहीं बदलेंगे हम ऐसे ही चलते रहेंगे।”
राजद सांसद मनोज झा की प्रतिक्रिया
राजद सांसद मनोज झा ने NDA की जीत पर शुभकामनाएं दीं, लेकिन साथ ही उन्होंने चुनाव के स्वरूप पर गंभीर सवाल भी उठाए। मनोज झा ने NDA के सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्हें पलायन, नौकरी और सामाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर काम करना चाहिए, जिनका ब्लू प्रिंट तेजस्वी यादव ने रखा था। उन्होंने परिणामों के स्वरूप पर सवाल उठाते हुए कहा, “इस तरह के चुनाव के नतीजे चुनाव का आभास नहीं देते हैं, यह चुनाव जैसा नहीं लगा… इसका त्वरित मूल्यांकन नहीं होना चाहिए।” उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन में अपनी संख्या के आधार पर लगातार मूल्यांकन करता रहेगा। उन्होंने जोड़ा कि जनादेश में भी विपक्ष की संभावना रहती है। मनोज झा ने जोर देकर कहा कि रोजगार, सामाजिक सुरक्षा और पलायन से मुक्ति जैसे ज्वलंत मुद्दे बने रहेंगे, और इन्हें विस्मृत नहीं किया जा सकता।


