बॉलीवुड में नेपोटिज्म यानि कि भाई-भतीजावाद के मुद्दे पर लंबे समय से बहस चल रही है। इसके साथ ही गॉड फादर पर भी चर्चाएं होती रहती हैं। करण जौहर से लेकर सलमान खान और कई सिलेब्रिटीज पर इंडस्ट्री में नेपोटिज्म को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। इसकी शुरुआत कंगना रनौत ने की थी, जब उन्होंने करण जौहर को ही नेपोटिज्म का फ्लैग बियरर बता दिया था। अब सलमान खान भी नेपोटिज्म के मुद्दे पर बोले हैं। उन्होंने अपने जवाब में कंगना रनौत का नाम खींच लिया और कहा कि क्या उनकी बेटी या बेटे को फिल्मों में आने के बजाय कुछ और करना चाहिए।
क्या, कंगना की बेटी आ रही है?
सलमान खान मुंबई के एक होटल में पत्रकारों से बात कर रहे थे कि एक पत्रकार ने रवीना टंडन की बेटी राशा थडानी के बॉलीवुड डेब्यू को लेकर सवाल पूछा। लेकिन सलमान ने रवीना को कंगना रनौत सुन लिया और पूछा, क्या कंगना की बेटी आ रही है? जब पत्रकारों ने कन्फ्यूजन क्लियर की, तो सलमान ने हैरान होकर कहा, अब कंगना रनौत की बेटी आएगी तो फिल्में करेगी या पॉलिटिक्स जॉइन करेगी? तो उनको भी। मतलब बेटा हो या बेटी, उसे कुछ और करना होगा।
कोई अपने दम पर नहीं बनता
सलमान ने कहा कि इस दुनिया में कोई भी ऐसा नहीं है जो खुद अपने दम पर बना हो। उनके करियर को बनाने में पिता सलीम खान का अहम योगदान रहा। सलमान ने कहा कि इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति अपने दम पर नहीं बना है। यह सब तो टीम वर्क है। अगर मेरे पिता इंदौर से मुंबई नहीं आते, तो मैं वहां खेती कर रहा होता। सलमान ने फिर कहा कि यह उनका फैसला था जिसने मेरे लिए रास्ता बनाया। वह यहां आए, फिल्मों में काम किया। अब, मैं उनका बेटा हूं। मैं या तो वापस जा सकता हूं या यहां मुंबई में रह सकता हूं। लोग इन सबके लिए नए-नए शब्द लाते हैं, जैसे कि आप सभी बहुत इस्तेमाल करते हैं नेपोटिजम तो मुझे यह पसंद है।