पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के रेप और हत्या के मामले में विधानसभा में अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि पीडि़त डॉक्टर की मौत 9 अगस्त को हुई थी। मैंने मृतक डॉक्टर के माता-पिता से उसी दिन बात की जिस दिन घटना हुई। उनके घर जाने से पहले उन्हें सारा ऑडियो, वीडियो और सीसीटीवी फुटेज सब कुछ दिया गया, ताकि उन्हें सब पता चल सके। मैंने उनसे साफ कहा था कि मुझे रविवार तक का समय दें। अगर हम तब तक सभी को गिरफ्तार नहीं कर पाए तो मैं खुद सोमवार को इसे सीबीआई को केस सौंप दूंगी। कोलकाता पुलिस ने 12 घंटे में ही मुख्य आरोपी को पकड़ लिया था। मैंने पुलिस से कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाएं और फांसी की सजा के लिए आवेदन करें लेकिन मामला सीबीआई को दे दिया गया। अब हम सीबीआई से न्याय की मांग कर रहे हैं। हम शुरू से ही फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं।
1981 में संयुक्त राष्ट्र में इसी दिन बनी थी समिति
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि 43 साल पहले इसी दिन 1981 में संयुक्त राष्ट्र ने महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए, महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार के भेदभाव के उन्मूलन पर सम्मेलन हुआ था। इसके लिए एक समिति बनाई गई थी। मैं नागरिक समाजों से लेकर छात्रों तक सभी का अभिनंदन करती हूं, जो महिला सुरक्षा के लिए आवाज उठा रहे हैं।
बीजेपी कर चुकी बिल का समर्थन
आज पश्चिम बंगाल में एंटी रेप बिल अपराजिता बिल पेश किया गया है, जिसे भाजपा ने समर्थन दे दिया है। बिल में रेपिस्ट को सजा-ए-मौत और आजीवन कारावास का प्रावधान है।