राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की हवा एक बार फिर ‘गंभीर’ (Severe) से ‘अति गंभीर/आपातकालीन’ (Emergency) श्रेणी में पहुँच गई है। प्रतिकूल मौसम, हवा की धीमी गति और घने कोहरे के कारण प्रदूषक कणों का फैलाव कम हो गया है, जिससे पूरे क्षेत्र में दमघोंटू हवा और जहरीला स्मॉग छा गया है।
AQI 500 के करीब पहुंचा कई क्षेत्रों में
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 460 के पार दर्ज किया गया है, जो इस मौसम का सबसे ख़राब स्तर है। वहीं, कई निगरानी केंद्रों पर यह आंकड़ा 490 से 500 के अधिकतम स्तर पर पहुँच गया है:
- दिल्ली के सबसे प्रदूषित क्षेत्र: वज़ीरपुर, रोहिणी, जहांगीरपुरी, अशोक विहार, बवाना और विवेक विहार जैसे इलाकों में AQI 490 से 500 के आसपास दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी के ऊपरी सिरे को पार कर गया है।
- NCR के हालात: गाजियाबाद, नोएडा और गुरुग्राम में भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है, जहां AQI कई जगह 450 के ऊपर रहा।
AQI की ‘गंभीर’ (401-500) श्रेणी का अर्थ है कि स्वस्थ लोगों को भी सांस लेने में परेशानी और फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जबकि पहले से बीमार लोगों पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ेगा।
GRAP-4 लागू, प्रतिबंध सख्त
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने पूरे दिल्ली-NCR में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण (GRAP-4) के कड़े प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है।
GRAP-4 के तहत लागू मुख्य पाबंदियाँ:
- निर्माण कार्य: सभी गैर-आवश्यक निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर रोक।
- स्कूल: हाइब्रिड मोड पर क्लासेज चलाने का निर्देश, खासकर प्राइमरी कक्षाओं के लिए।
- वाहनों पर प्रतिबंध: BS-IV डीजल वाहनों और गैर-आवश्यक ट्रकों के प्रवेश पर रोक।
- वर्क फ्रॉम होम: सरकारी और निजी दफ्तरों को ‘वर्क फ्रॉम होम’ अपनाने की सलाह।
लोगों को सलाह दी गई है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, खासकर सुबह और शाम के समय, और N-95 या P-100 मास्क का प्रयोग करें।


