दिवाली के अगले दिन भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की हवा दमघोंटू बनी हुई है। पटाखों और मौसमी कारकों के कारण प्रदूषण अपने चरम पर है, जिसके चलते आसमान में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है।
AQI ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में:
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 345 से 380 के बीच ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बना हुआ है। हालांकि, कई मॉनिटरिंग स्टेशनों पर AQI 400 के पार होकर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुँच गया है:
- बवाना: 418
- वज़ीरपुर: 408
- जहांगीरपुरी: 404
- आनंद विहार: 404 (मंगलवार को)
- नोएडा (ओवरऑल): 369
- गाजियाबाद: 402
- गुरुग्राम: 394 (बुधवार सुबह)
GRAP-2 लागू, स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा:
वायु की गुणवत्ता में आई इस भारी गिरावट के चलते दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण पूरी तरह से लागू है। ‘बहुत खराब’ हवा की वजह से लोगों को आँखों में जलन और साँस लेने में तकलीफ जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
विशेषज्ञों ने बच्चों, बुजुर्गों और श्वास संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है। धीमी हवा के कारण प्रदूषकों का फैलाव नहीं हो पा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता और बिगड़ने की आशंका है।