दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर 2025 को हुए कार बम विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को एक और बड़ी सफलता मिली है। NIA ने आतंकी डॉ. उमर उन नबी को पनाह देने और लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराने के आरोप में एक और आरोपी शोएब को गिरफ्तार किया है। शोएब इस केस में गिरफ्तार होने वाला सातवां आरोपी है।
मुख्य आरोपी का मददगार है शोएब
शोएब को फरीदाबाद के धौज गांव से गिरफ्तार किया गया है। उस पर दिल्ली आतंकी बम विस्फोट से ठीक पहले फिदाइन डॉ. उमर उन नबी को शरण (Harbouring) देने का आरोप है। विस्फोट को अंजाम देने वाला आतंकी उमर उन नबी फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर था, इसीलिए उसे ‘सफेदपोश आतंकी’ कहा गया।
नूंह कनेक्शन: बहन के घर ठहराया
जांच में सामने आया है कि शोएब ने ही आतंकी उमर के लिए नूंह (मेवात) में छिपने की जगह का इंतजाम किया था।शोएब, जो कि अल फलाह यूनिवर्सिटी में इलेक्ट्रिशियन था, उसने अपने रिश्तेदार (बहन के पति का नाम) के मकान में उमर को कमरा किराए पर दिलवाया था। जानकारी के मुताबिक, 31 अक्टूबर की रात को आतंकी उमर और शोएब सफेद रंग की आई-20 कार (वही कार जो बाद में IED के रूप में इस्तेमाल हुई) से नूंह की हिदायत कॉलोनी आए थे। आतंकी उमर ब्लास्ट से पहले लगभग 10 दिन तक इस घर में रुका था और यहीं से उसने पूरी साजिश को अंतिम रूप दिया था।शोएब ने ही उमर को छिपने की जगह के साथ-साथ अन्य लॉजिस्टिकल सहायता भी प्रदान की थी।
जांच की स्थिति
NIA इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि आत्मघाती हमले के पीछे की पूरी साज़िश और इसमें शामिल सभी लोगों की पहचान की जा सके। शोएब की गिरफ्तारी से जांच में महत्वपूर्ण प्रगति होने की उम्मीद है, जिससे आतंकी नेटवर्क और फंडिंग के बारे में और खुलासे हो सकते हैं।
यह गिरफ्तारी उस समय हुई है जब NIA ने हाल ही में उमर के अन्य सहयोगियों, जैसे अमीर राशिद अली (जिसके नाम पर कार रजिस्टर्ड थी) और जसीर बिलाल वानी (जिसने तकनीकी सहायता दी) को भी गिरफ्तार किया था।


