दिल्ली में लाल किला के पास हुए कार धमाके की जांच में दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिनसे विस्फोट से पहले कार की गतिविधि का पता चला है। विस्फोट से पहले कार एक मस्जिद के पास स्थित पार्किंग में खड़ी थी। शुरुआती जाँच के अनुसार, कार लगभग तीन घंटे तक पार्किंग में खड़ी रही। पार्किंग से निकलने के केवल चार मिनट बाद ही कार में ज़बरदस्त धमाका हो गया। जांच एजेंसियां इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं कि कार को पार्किंग में क्यों रखा गया था और क्या इस दौरान विस्फोटक सामग्री को सक्रिय (Arming) किया गया था।
जांच का फोकस
- CCTV फुटेज: पुलिस इलाके के CCTV फुटेज खंगाल रही है ताकि उस व्यक्ति या व्यक्तियों की पहचान की जा सके जिन्होंने कार को पार्क किया और फिर उसे विस्फोट से पहले चलाया।
- विस्फोटक का प्रकार: कार में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक की प्रकृति और उसकी तीव्रता की जांच की जा रही है, जो यह निर्धारित करेगी कि यह कोई आईईडी (IED) था या किसी अन्य प्रकार का विस्फोटक।
- मकसद: सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस धमाके का मुख्य मकसद क्या था, और क्या इसका संबंध किसी आतंकवादी संगठन से है।
- इस धमाके को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती माना जा रहा है, और जांच एजेंसियां जल्द से जल्द मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं।


