हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में बड़ी तकरार सामने आई है। खबर है कि कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला चुनाव लडऩे की तैयारी में हैं। इससे भूपेंद्र सिंह हुड्डा कैंप की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हुड्डा कैंप नहीं चाहता कि दोनों नेता चुनाव मैदान में उतरें। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी दीवरिया साफ कर चुके हैं कि लोकसभा सांसद या राज्यसभा सांसद चुनाव नहीं लड़ेंगे। वहीं कुमारी शैलजा साफ कर चुकी हैं कि मैं तो चुनाव लड़ूंगी और इसके लिए हाईकमान से अनुमति लूंगी। सोशल मीडिया में जो बावरिया का बयान चल रहा है, वह आधा-अधूरा है।
भाजपा तैयार, कांग्रेस में तकरार
हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवारों के चयन के जंजाल में फंसी हुई है। एक तरफ भाजपा में जहां सांसदों और लोकसभा के प्रत्याशियों को विधानसभा चुनाव में उतारने को लेकर मंथन चल रहा है तो वहीं कांग्रेस में स्थिति इसके बिल्कुल उलट है। बावरिया ने साफ कर दिया है कि अगर कांग्रेस का कोई सांसद विधानसभा चुनाव लडऩा चाहता है, तो इसके लिए उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अनुमति लेनी पड़ेगी। बावरिया के इस बयान के बाद से कांग्रेस की सिसायत गरमा गई है। राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि जो भी हाईकमान तय करेगा, उसके अनुसार ही फैसला लिया जाएगा।
सीएम पद को लेकर भी तकरार
हरियाणा में कांग्रेस पिछले दस साल से सत्ता से बाहर है। हरियाणा में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद जारी है। पार्टी ने किसी भी नेता को सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया गया है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा खुद को सीएम पद का दावेदार बता रहे हैं। वहीं कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला भी उनके सामने ताल ठोक कर हुड्डा की टेंशन बढ़ा रहे हैं। हरियाणा में कांग्रेस के 5 सांसद हैं जिनमें सैलजा को छोडक़र जेपी, वरुण चौधरी, सतपाल ब्रह्मचारी और दीपेंद्र हुड्डा पूर्व सीएम हड्डा खेमे के हैं।