मलक्का जलडमरूमध्य (Strait of Malacca) और उससे सटे क्षेत्रों में एक गहरा दबाव (Deep Depression) अब चक्रवाती तूफान ‘सेन्यार’ (Cyclone Senyar) में तब्दील हो गया है। इस मौसमी प्रणाली के कारण दक्षिण भारत के राज्यों, विशेषकर तमिलनाडु और केरल में, भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जिससे इन क्षेत्रों में सामान्य जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।
उत्पत्ति और तीव्रता
मलक्का जलडमरूमध्य पर बने गहरे दबाव के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए चक्रवाती तूफान ‘सेन्यार’ में बदलने की पुष्टि हुई है। इसके प्रभाव से इस क्षेत्र और उससे सटे अंडमान सागर में तेज हवाएँ (60-90 किमी/घंटा) चल रही हैं और समुद्र में भारी उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है।
- भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मुख्य रूप से तमिलनाडु, केरल, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और तटीय आंध्र प्रदेश के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
- तमिलनाडु के कई तटीय जिलों, जैसे तूतीकोरिन और नागापट्टिनम, में पहले से ही भारी बारिश के कारण जलभराव और बाढ़ की स्थिति बनी है। एहतियात के तौर पर कई जिलों में स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।
- केरल में भी भारी बारिश की चेतावनी है, जबकि अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश का अनुमान है।
चेतावनी और बचाव कार्य
स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने का आग्रह किया है।
- मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाएँ।
- छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रभावित जिलों में शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखा गया है।
- मौसम विभाग लगातार चक्रवात की गति और ट्रैक की निगरानी कर रहा है। शुरुआती पूर्वानुमानों के अनुसार, यह तूफान आज (27 नवंबर) इंडोनेशिया के तट से टकराने के बाद पूर्व की ओर मुड़कर धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है, लेकिन इसके बावजूद इसका असर भारत के दक्षिणी राज्यों में अगले 24 से 72 घंटों तक बना रहेगा।
- यह मौसमी घटना दक्षिण भारत में भारी बारिश और बाढ़ का खतरा पैदा कर रही है, जिसके लिए सभी संबंधित विभागों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।


