बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की महत्वपूर्ण बैठक सदाकत आश्रम में शुरू हुई। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा
बैठक के बाद कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने बताया कि मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने परिचयात्मक भाषण में देश की वर्तमान स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि देश के आंतरिक और बाहरी, दोनों ही मोर्चों पर स्थिति चिंताजनक है। बघेल के अनुसार, खरगे ने विशेष रूप से आर्थिक स्थिति पर चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, जो पूरा नहीं हुआ। मनरेगा (MGNREGA) का बजट कम कर दिया गया है और छोटे व मध्यम आकार के उद्योग, साथ ही MSP-आधारित उद्योग, बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। बघेल ने GST को लेकर भी केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि कांग्रेस ने 4% और 8% के स्लैब का सुझाव दिया था, लेकिन सरकार ने 5 स्लैब रखे, जिससे आम जनता को नुकसान हुआ।
विदेश नीति पर बात करते हुए खरगे ने कहा कि भारत के सभी पड़ोसी देश, जैसे श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, अब चीन की ओर झुक रहे हैं।
बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
कांग्रेस की इस बैठक पर भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सदाकत आश्रम भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का केंद्र रहा है, लेकिन कांग्रेस ने हमेशा बिहार के बड़े नेताओं की उपेक्षा की है।
प्रसाद ने आरोप लगाया कि:
- पंडित नेहरू डॉ. राजेंद्र प्रसाद को देश का पहला राष्ट्रपति नहीं बनने देना चाहते थे और उन्हें दूसरा कार्यकाल भी नहीं देना चाहते थे।
- कांग्रेस ने जय प्रकाश नारायण को गिरफ्तार किया था।
- पार्टी ने जगजीवन राम को भारत का प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया।
रवि शंकर प्रसाद ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस को अचानक बिहार में इतनी रुचि क्यों हो गई है, यह जानने की जरूरत है। उन्होंने कांग्रेस पर बिहार के गौरवशाली इतिहास और उसके नेताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया।