प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के महिमामंडन को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने कहा कि लाल किले से RSS की तारीफ करना स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों का अपमान है।
ओवैसी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में उन लोगों का नाम लिया जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं दिया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री को यह याद रखना चाहिए कि लाल किले से देश को संबोधित करते हुए वह पूरे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, न कि किसी विशेष संगठन का।” उन्होंने सवाल उठाया कि क्या पीएम मोदी को महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान याद नहीं है।
ओवैसी ने अपने बयान में कहा कि RSS ने भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया था और उनके नेताओं ने अंग्रेजों के खिलाफ किसी भी संघर्ष में भाग नहीं लिया। उन्होंने कहा कि RSS का स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं है, इसलिए उनकी तारीफ करना उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है जिन्होंने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने इतिहास को बदलने की कोशिश की है, लेकिन सच्चाई को मिटाया नहीं जा सकता। ओवैसी ने मांग की कि प्रधानमंत्री को अपने बयान पर स्पष्टीकरण देना चाहिए और देश को बताना चाहिए कि RSS ने स्वतंत्रता संग्राम में क्या किया था। यह बयानबाजी आने वाले दिनों में और तेज हो सकती है, क्योंकि यह एक संवेदनशील मुद्दा है जो देश की राजनीति में हमेशा से चर्चा का विषय रहा है।