प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर में भारत के पहले केबल-स्टेड रेल ब्रिज अंजी पुल और दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज चिनाब पुल का उद्घाटन करने वाले हैं। हालांकि अब इसका श्रेय कांग्रेस ने लिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हकीकत यह है कि शासन में हमेशा निरंतरता होती है। खासतौर पर जहां पर संरचनात्मक परियोजनाओं का सवाल है, जिसमें भू-वैज्ञानिक, भौगोलिक, सुरक्षा और राजनीतिक तौर पर बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है वहां पर शासन में निरंतरता का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि जो उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला परियोजना है, उसका मार्च 1995 में नरसिम्हा राव के प्रधानमंत्री रहते इसे मंजूरी दी गई थी। मार्च 2002 में जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिया गया।
160 किलोमीटर ट्रैक का उद्घाटन 2014 से पहले हुआ
कांग्रेस नेता जयराम ने कहा कि बारामूला से लेकर श्रीनगर, श्रीनगर से लेकर अनंतनाग, अनंतनागसे काजीगुंड और काजीगुंड से लेकर बनिहाल तक इस योजना का उद्घाटन 2014 से पहले ही कर लिया गया था। 272 किलोमीटर में से 160 किलोमीटर ट्रैक का उद्घाटन 2014 से पहले हो गया था। चिनाब पुल एक प्रतिष्ठित पुल है। हम भारतीय रेल को बधाई देना चाहते हैं। जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए यह बहुत महत्व रखता है और भारतीय रेल के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। लेकिन कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री को याद दिलाना चाहती है कि उन्हें शासन में निरंतरता को स्वीकारना चाहिए। पहले की सरकार द्वारा जो काम किए गए हैं, प्रधानमंत्री उनका श्रेय लेने में बहुत आगे हैं। इसमें उनका कोई मुकाबला नहीं है।