भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्षविराम के बाद कांग्रेस पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व की याद दिलाई है। कांग्रेस नेताओं ने इस संदर्भ में इंदिरा गांधी के दृढ़ निश्चय और निर्णायक फैसलों का उल्लेख किया है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने 1971 के युद्ध के दौरान उनके नेतृत्व की सराहना की है। कांग्रेस नेताओं ने मौजूदा स्थिति की तुलना 1971 के युद्ध से की है, जब इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को विभाजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने इंदिरा गांधी के साहसिक और निर्णायक नेतृत्व की प्रशंसा की है।
शशि थरूर यह बोले
कांग्रेस नेता शशि थरूर का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि 1971 की परिस्थिति एकदम अलग थी। आज की परिस्थिति एकदम अलग है। 1971 में हमने पाकिस्तान को दो हिस्सों में तोड़ दिया था। ऐसा इसलिए हो पाया था क्योंकि बांग्लादेश खुद भी अपनी आजादी की लड़ाई लड़ रहा था।
सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग, ट्रंप पर सवाल
कांग्रेस ने सरकार से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है, ताकि राजनीतिक दलों को विश्वास में लिया जा सके। कांग्रेस ने संसद के विशेष सत्र की भी मांग की है, ताकि हालिया घटनाओं पर चर्चा की जा सके। कांग्रेस ने भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर में अमेरिका की भूमिका पर भी प्रश्न उठाए हैं। कांग्रेस के इस रुख से स्पष्ट है कि पार्टी मौजूदा सरकार के फैसलों की तुलना इंदिरा गांधी के नेतृत्व से कर रही है और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर सरकार से अधिक पारदर्शिता और सर्वसम्मति की मांग कर रही है।