दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दमखम तो दिखाया, लेकिन यह दमखम आम आदमी पार्टी के लिए भारी पड़ गया। कांग्रेस ने भले ही कोई सीट नहीं जीती लेकिन उसने आप की 14 सीटों पर लुटिया डुबो दी। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज कांग्रेस उम्मीदवार के कारण ही अपनी सीट से हार गए। इस तरह कांग्रेस दिल्ली में आप के लिए किसी आपदा से कम साबित नहीं हुई। इसका सीधा फायदा सीधे-सीधे भाजपा को मिला और उसने 48 सीटों पर शानदार जीत दर्ज कर ली।
ऐसे हार गए आपकी दिग्गज
नई दिल्ली विधानसभा सीट से संदीप दीक्षित ने तीसरे नंबर पर रहते हुए 4568 वोट हासिल किए। वहीं केजरीवाल भाजपा के प्रवेश शर्मा से 4089 वोटों से हार गए। इस तरह संदीप दीक्षित अरविंद केजरीवाल की हार की वजह बने। एक तरह से उन्होंने 12 साल पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री रहीं अपनी मां शीला दीक्षित की हार का बदला ले लिया। वे अरविंद केजरीवाल के कट्टर विरोधी माने जाते हैं। इसी तरह जंगपुरा में भाजपा के उम्मीदवार हरविंदर सिंह मारवाह ने आप के मनीष सिसोदिया को 675 वोट से हराया, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार को यहां से 7350 वोट मिले। इसी तरह ग्रेटर नोएडा से भाजपा की शिखा राय ने आप के सौरभ भारद्वाज को 3188 वोटों के अंतर से हराया। यहां कांग्रेस हर्षित सिंघवी को 6711 वोट हासिल हुए। इसी तरह भाजपा के सतीश उपाध्याय ने पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती को 2131 वोट से हराया7 यहां कांग्रेस के धीरेंद्र कुमार को 6770 वोट मिले। इसी तरह की स्थिति बादली, कस्तूरबा नगर, राजेंद्र नगर, संगम विहार समेत अन्य सीटों पर हुई, जहां कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीत-हार के अंतर से ज्यादा वोट देकर आम आदमी पार्टी को हारने के लिए मजबूर कर दिया।