संसद में आज मोदी सरकार का बजट पेश होने वाला है। इस पर कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से मुझे बजट से कोई उम्मीद नहीं है। हमने 10 साल से अधिक समय तक प्रधानमंत्री मोदी के मोदीनॉमिक्स के मास्टरस्ट्रोक को देखा है और इसके कारण ही बेरोजगारी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप विफल रहा है, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया सभी कागजों में रह गए हैं और ये केवल नारा हैं। अभी एफडीआई कितनी है? उपभोक्ता मूल्य सूचकांक, जीवन यापन की लागत क्या है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक ने निर्मला सीतारमण को दो बार वोट दिया है, लेकिन शिष्टाचार के तौर पर भी कभी कर्नाटक को कुछ नहीं दिया।
महिलाओं के लिए हो खास, महंगाई पर करो वार
दिल्ली की सरिता विहार में रहने वाली स्कूल शिक्षिका संगीता सिंह ने बजट पर कहा कि महंगाई दर थोड़ा कम होना चाहिए। यात्रा व्यय को कम करना चाहिए। बजट में महिलाओं के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन एक्स्ट्रा सोर्स ऑफ इनकम के लिए कुछ होना चाहिए। वहीं मुंबई निवासी एक नागरिक ने कहा कि महंगाई पर नियंत्रण होना चाहिए ताकि आम आदमी खा-पी सके। निचले तबके का और विकास होना चाहिए। टैक्स स्लैब में 10-15 लाख कमाने वालों को थोड़ी राहत मिले तो अच्छा रहेगा।