ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई की और उसके 9 आतंकी ठिकानों सहित कई एयरबेस तबाह कर दिए। पाकिस्तान ने 400-500 ड्रोन और मिसाइलें दागीं, लेकिन सब लक्ष्य से पहले ही ढेर हो गईं। अब इसकी तुलना 2007 के टी20 विश्व कप में भारत-पाक के बॉल-आउट से की जा रही है। यह तुलना प्रतीकात्मक रूप से पाकिस्तान के लक्ष्य चूकने के संदर्भ में की जा रही है। दरअसल 2007 के टी20 विश्व कप में भारत और पाकिस्तान के बीच ग्रुप मैच टाई हो गया था, जिसका फैसला बॉल-आउट से हुआ था। इस प्रक्रिया में भारतीय गेंदबाजों ने लगातार स्टंप्स पर निशाना साधा, जबकि पाकिस्तानी गेंदबाज ऐसा करने में विफल रहे, जिसके परिणामस्वरूप भारत ने 3-0 से जीत हासिल की। उस टाई हुए मैच का फैसला अनोखे तरीके से निकाला गया था जिसे बॉल-आउट कहा जाता था। यह नियम फुटबॉल के पेनल्टी शूटआउट की तरह था। दोनों टीमों के 3-3 गेंदबाजों ने विकेट पर गेंदें फेंकीं, और जिस टीम के गेंदबाज ज्यादा बार स्टंप्स पर निशाना लगाने में सफल रहे, उसे विजेता घोषित किया गया।
ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में इस तरह तुलना
- लक्ष्य निर्धारण में सटीकता : जिस प्रकार भारतीय गेंदबाजों ने बॉल-आउट में सटीकता से स्टंप्स पर निशाना साधा, उसी प्रकार ऑपरेशन सिन्दूर में भी भारतीय सेना ने सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर आतंकवादी ठिकानों को लक्षित किया।
- पाकिस्तान की विफलता : बॉल-आउट में पाकिस्तानी गेंदबाजों की स्टंप्स पर निशाना साधने में विफलता को ऑपरेशन सिन्दूर में पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय हमलों को प्रभावी ढंग से रोकने में विफलता के रूपक के रूप में देखा जा रहा है।
- प्रतीकात्मक जीत : जिस प्रकार बॉल-आउट में भारत की जीत एक प्रतीकात्मक मनोवैज्ञानिक जीत थी, उसी प्रकार ऑपरेशन सिन्दूर को भी आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ संकल्प और प्रभावी कार्रवाई की क्षमता के प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है।
ऐसे मिली थी मैच में जीत
भारत की ओर से वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा ने गेंदबाजी की और तीनों ही बार स्टंप्स को हिट किया। वहीं पाकिस्तान की ओर से यासिर अराफात, उमर गुल और शाहिद अफरीदी एक भी बार स्टंप्स पर निशाना नहीं लगा सके। इस तरह भारत ने यह मैच बॉल-आउट 3-0 से जीता था।
भाजपा ने शेयर किया वीडियो
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी सोशल मीडिया पर 2007 के बॉल-आउट का एक वीडियो साझा करते हुए पाकिस्तान पर कटाक्ष किया, जिसमें क्रिकेट के मैदान पर पाकिस्तान के लक्ष्य चूकने की तुलना हालिया संघर्ष में उनके ड्रोन और मिसाइल हमलों की विफलता से की गई। प्रतीकात्मक स्तर पर, 2007 के बॉल-आउट को ऑपरेशन सिन्दूर के संदर्भ में भारत की सटीकता और पाकिस्तान की विफलता के उदाहरण के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।