उत्तर प्रदेश में ईद पर सडक़ पर नमाज पर पाबंदी की कंट्रोवर्सी पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सफाई दी है। उन्होंने एक पॉडकास्ट में कहा कि आप तुलना कर रहे हैं कांवड़ यात्रा की। कांवड़ यात्रा हरिद्वार से लेकर गाजियाबाद या उन क्षेत्रों में जाती है, वो सडक़ पर ही चलेगी। क्या हमने कभी परंपरागत मुस्लिम जुलूस को रोका है? हमने कभी नहीं रोका। मुहर्रम के जुलूस निकलते हैं, उन्हें भी निकलने दिया जाता है। योगी ने कहा कि नमाज पढऩे की जगह मस्जिद-ईदगाह होगी, सडक़ नहीं।
मेरठ में लहराया था पोस्टर, हिंदुओं पर उठाए थे सवाल
उत्तर प्रदेश के मेरठ में ईद की नमाज के बाद कुछ मुस्लिम युवाओं ने एक पोस्टर लहराया था। इस पर लिखा था कि सडक़ों पर सिर्फ मुस्लिम नमाज नहीं पढ़ते हैं, बल्कि हिन्दू भी होली सडक़ों पर मनाता है। वह शिवरात्रि सडक़ों पर मनाता है, कांवड़ सडक़ पर निकलता है, रामनवमी यात्रा सडक़ पर करता है, दिवाली पर पटाखे सडक़ पर फोड़ता है और गणेश चतुर्थी सडक़ों पर मनाता है। मेरठ समेत उत्तर प्रदेश में प्रशासन ने ईद के मौके पर सडक़ों पर नमाज न पढऩे का आदेश दिया था। पुलिस ने कहा था कि यदि कोई सडक़ पर नमाज पढ़ेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रशासन से नमाज के लिए उचित व्यवस्था करने का अनुरोध किया था। बहरहाल ईद तो शांतिपूर्वक निपट गई, लेकिन इस पर सियासत अब भी जारी है।