बागेश्वर धाम सरकार के आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पलवल, हरियाणा में अपनी पदयात्रा के दौरान दिल्ली विस्फोट की घटना का जिक्र करते हुए हिंदू एकता और सामाजिक समरसता पर जोर दिया। धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी पदयात्रा के छठे दिन कहा कि यह यात्रा सामाजिक समरसता और हिंदू एकता का संदेश फैला रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ विरोधी ताकतें इस अभियान को रोकने के लिए “तरह-तरह की साजिशें रच रही हैं” और “गड़बड़ियां पैदा कर रही हैं”।
दिल्ली विस्फोट से तुलना
उन्होंने गंभीर चेतावनी देते हुए कहा, “अगर सब एकजुट नहीं हुए, तो दिल्ली जैसे बम धमाके भारत के कोने-कोने में दिखाई देंगे।” उन्होंने एकता को एकमात्र साधन बताया, जिससे सनातन धर्म के माध्यम से भारत और विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है। उन्होंने उल्लेख किया कि “पकड़ा गया मुस्लिम डॉक्टर इस्लाम धर्म का था” और उसने देश के लाखों लोगों की जान लेने की तैयारी कर रखी थी। (संदर्भ: अल-फ़लाह विश्वविद्यालय से जुड़े उमर नबी)।
उन्होंने भारत के खुफिया तंत्र को उस RDX को पकड़ने के लिए धन्यवाद दिया, जो कई शहरों को तबाह कर सकता था।उन्होंने दुख व्यक्त किया कि “दिल्ली की घटना निश्चित रूप से नहीं होनी चाहिए थी।” उन्होंने पदयात्रा के माध्यम से सामाजिक समरसता और सनातनी एकता के लिए पूरे भारत को एक साथ आने का आह्वान किया। उन्होंने लोगों से 16 तारीख को वृंदावन आने का आग्रह करते हुए कहा, “वरना हर मोहल्ले में धमाके होंगे।” धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान दिल्ली विस्फोट की पृष्ठभूमि में हिंदू समुदाय को एकजुट करने और संभावित खतरों के प्रति आगाह करने पर केंद्रित था।
16 नवंबर को वृंदावन में समापन
यात्रा का समापन 16 नवंबर, 2025 को वृंदावन में होगा। यह यात्रा वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर पर जाकर समाप्त होगी। समापन समारोह में राष्ट्रगान, हनुमान चालीसा का पाठ और हिंदू एकता की शपथ का कार्यक्रम होगा। आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने 16 नवंबर को वृंदावन में बड़ी संख्या में हिंदू समर्थकों के जुटने का आह्वान किया है, ताकि विरोधियों को यह संदेश दिया जा सके कि देश में सनातनियों में एकता है। लाखों लोगों के जुटने की उम्मीद के कारण, मथुरा में 13 से 16 नवंबर तक ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा और प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं।


