मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “पहले कुम्भ मेले के प्रभारी मंत्री ऐसे लोगों को बनाया जाता था, जिनमें न तो श्रद्धा थी, न ही परंपरा, संस्कृति और विरासत का कोई सम्मान। इसके परिणामस्वरूप गंदगी, अव्यवस्था और भगदड़ जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती थीं।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “पहले कुम्भ मेले के प्रभारी मंत्री ऐसे लोगों को बनाया जाता था, जिनमें न तो श्रद्धा थी, न ही परंपरा, संस्कृति और विरासत का कोई सम्मान। इसके परिणामस्वरूप गंदगी, अव्यवस्था और भगदड़ जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती थीं।”