यूपी की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। वह विभाजन की विभीषका के आंदोलन को लेकर पटेल प्रतिमा से लेकर लोक भवन तक पैदल मौन मार्च कर रहे हैं। उन्होंने देश के दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन की अमानवीय त्रासदी में बलिदान हुए सभी निर्दोष नागरिकों को विनम्र श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उप्र के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य समेत उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी शामिल रहे।
राजनीतिक स्वार्थ के लिए त्रासदी की ओर ढकेला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि विश्व को वसुधैव कुटुंबकम के आत्मीय भाव से परिचित कराने वाली हमारी भारत मां को आज ही के दिन वर्ष 1947 में निहित राजनीतिक स्वार्थ के लिए विभाजन की त्रासदी की ओर ढकेला गया था। उन्होंने कहा कि यह मात्र देश का विभाजन नहीं, बल्कि मानवता का विभाजन था। इस अमानवीय निर्णय से असंख्य निर्दोष नागरिकों को अपने प्राण गंवाने पड़े थे, जिन्होंने विस्थापन का दंश झेला और अमानवीय यातनाएं झेलनी पड़ीं। इस अमानवीय त्रासदी में बलिदान हुए सभी निर्दोष नागरिकों को आज विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर सीएम योगी ने विनम्र श्रद्धांजलि दी।