जम्मू-कश्मीर के रामबन में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध और तीन की मौत की मौत हो चुकी है। 100 से अधिक को बचाया गया है। जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने कहा रामबन में बादल फटा है। हम सडक़ मार्ग से जा रहे हैं क्योंकि मौसम की स्थिति हेलिकॉप्टर के लिए अनुकूल नहीं है। हम वहां जाएंगे और स्थिति का आकलन करेंगे। हम स्थिति की समीक्षा करने के बाद आपको जानकारी देंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लोगों की बकरियां मर गई हैं। वहीं मौसम विभाग ने उत्तराखंड में ओलावृष्टि, बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया है। रविवार को हल्की से मध्यम बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया गया है।
भूस्खलन से अचानक आई बाढ़
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में ओलों की बारिश और भूस्खलन के कारण अचानक बाढ़ आ गई, जिससे 40 मकान क्षतिग्रस्त हुए और 100 से अधिक लोगों को बचाया गया। इस आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई। बीती रात रामबन क्षेत्र में भारी ओलों की बारिश, तेज हवाएं और कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ था। इस प्राकृतिक आपदा से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है और दुर्भाग्यवश तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि कुछ परिवारों को संपत्ति का नुकसान हुआ है।
यातायात दोनों ओर से बंद
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में रविवार भारी बारिश से धर्म कुंड गांव सबसे अधिक प्रभावित हुआ। नाशरी से बनिहाल तक जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) पर लगातार बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन और कीचड़ धंसने (मडस्लाइड) की घटनाएं हुईं, जिससे यातायात दोनों ओर बंद हो गया है। धर्म कुंड गांव में बाढ़ ने लगभग 40 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। बादल और बारिश के बावजूद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया और फंसे लोगों को बाहर निकाला। स्थिति पर प्रशासनिक टीमें लगातार निगरानी कर रहे हैं और राहत कार्य जारी है।