अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बड़ा दावा किया है कि मेरे राष्ट्रपति रहते , चीन ताइवान पर कभी हमला नहीं करेगा। ट्रंप ने कहा कि इस बारे में उनकी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से पहले ही बात हो चुकी है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनके राष्ट्रपति रहते चीन ने ताइवान पर कभी हमला करने की हिम्मत नहीं की। उन्होंने यह भी जोड़ा कि शी जिनपिंग उनके दोस्त हैं और वे चीन के राष्ट्रपति को अच्छी तरह जानते हैं। ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने जिनपिंग को साफ कर दिया था कि अगर चीन ने ताइवान पर हमला किया, तो उन्हें अमेरिका से सख्त प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप के ये दावे सिर्फ चुनावी रणनीति का हिस्सा हैं। वे यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी विदेश नीति बाइडेन से बेहतर है और वह अमेरिका के हितों की रक्षा कर सकते हैं। लेकिन, ताइवान को लेकर चीन की रणनीति बहुत जटिल है और इसे सिर्फ एक व्यक्ति के दावे पर नहीं आंका जा सकता।
चीन हमेशा से ताइवान को अपना हिस्सा मानता रहा है और उसे बलपूर्वक मिलाने की धमकी भी देता रहा है। अमेरिका की नीति हमेशा से ‘एक चीन’ रही है, लेकिन वह ताइवान को हथियार भी बेचता रहा है, जिससे चीन हमेशा नाराज रहा है। ऐसे में, ट्रंप के दावे पर कितना भरोसा किया जा सकता है, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।