राज कपूर के परिवार के सदस्यों ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और उनके साथ लंबा वक्त बिताया। इस दौरान रणबीर कपूर, करीना कपूर खान, सैफ अली खान और आलिया भट्ट कपूर ने मोदी को राज कपूर फिल्म महोत्सव में आने का निमंत्रण दिया। फिल्ममेकर एवं एक्टर राज कपूर की 14 दिसंबर को 100वीं जयंती मनाई जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि राज कपूर का शताब्दी वर्ष भारतीय सिनेमा के लिए स्वर्णिम युग का प्रतीक है। राज कपूर के परिवार को उनकी अंतरराष्ट्रीय सॉफ्ट पावर पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाकर विरासत को आगे बढ़ाना चाहिए। राज कपूर को भारतीय सिनेमा के सबसे महान शोमैन के रूप में जाना जाता है। उनकी फिल्में और गीत देश ही नहीं विदेश में भी मशहूर रहे हैं। चीन हो या मिडिल ईस्ट, सब जगह उनके चाहने वाले हैं। मोदी ने इस दौरान अटल-आडवाणी का किस्सा भी सुनाया।
भारत के लिए उनकी बड़ी सेवा थी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राज कपूर का 100वां जन्मदिन भारतीय सिनेमा की स्वर्णिम यात्रा का मील का पत्थर है। यात्रा की शुरुआत 1947 की फिल्म नील कमल से हुई थी और हम 2047 की ओर अग्रसर हैं। यह देश के लिए एक बड़ा योगदान है। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि परिवार को राज कपूर और उनकी फिल्मों के वैश्विक प्रभाव को दृश्य प्रारूप के माध्यम से प्रस्तुत करना चाहिए। एक ऐसी फिल्म जो मिडिल एशिया के लोगों के दिल और दिमाग पर राज कपूर की छाप को दर्शाए। मिडल एशिया में उनके जीवन पर उनका बड़ा प्रभाव था और मुझे लगता है कि हमें इसे रिवाइव करना चाहिए और इसे नई पीढ़ी से जोडऩा चाहिए।
मोदी ने सुनाया, और फिर एक नई सुबह हुई
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी से जुड़ा एक वाकया सुनाया। उन्होंने कहा कि जनसंघ के जमाने में दिल्ली में चुनाव हुए और वे चुनाव हार गए। आडवाणी जी और अटल जी ने कहा कि हम चुनाव हार गए, अब हमें क्या करना चाहिए? तो चलो कोई फिल्म देखते हैं। वे एक फिल्म देखने गए और यह राज कपूर की 1958 की फिल्म फिर सुबह होगी थी और फिर एक नई सुबह हुई थी।
चीन में मोबाइल पर रिकॉर्ड किया
मोदी ने बताया कि एक बार वह चीन गए थे, जहां होस्ट राज कपूर की फिल्मों के गाने बजा रहे थे। मोदी ने बताया कि मैंने अपनी टीम से इसे मोबाइल पर रिकॉर्ड करने को कहा और ऋषि कपूर को भेज दिया। वे बहुत खुश हुए थे।