नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली तो चीन को मजबूरन बधाई देनी पड़ी है। चीन ने कहा कि दोनों देश राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री मोदी के बीच सहमति का पालन करेंगे। इसके साथ ही दोनों देश एक सुदृढ़ और स्थिर संबंधों का निर्माण करने की प्रक्रिया का पालन करेंगे। चीन के राजदूत जू फेंइहोंग ने कहा कि नरेंद्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री बनने पर बधाई। आशा है कि दोनों देशों के संबंध बेहतर बनेंगे। मोदी, भाजपा और एनडीए को भी उन्होंने जीत की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आशा है कि दोनों देशों के संबंध क्षेत्र और दुनियों के हितों और अपेक्षाओं के अनुरूप हों।
चीन से रहे हैं तनावपूर्ण संबंध
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में चीन से बेहतर संबंध बनाने के प्रयास किए। राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत आए तो मोदी ने उनका खुले दिल से स्वागत किया। अहमदाबाद में चीनी राष्ट्रपति का भव्य स्वागत हुआ। दोनों नेता एक साथ झूला झूलते नजर आए। लेकिन इसके बाद डोकलाम में दोनों देशों की सेना कई महीने तक आमने सामने रही और भूटान पर कब्जे का चीनी मंसूबा विफल हो गया। गलवान में हुई हिंसक झड़प में भारत के 19 जवानों की शहादत हुई थी, जबकि चीन के भी करीब 50 सैनिक मारे गए थे। भारत के इस आक्रामक रुख से चीन भी सहम गया था और फिर भारत ने अमेरिका से नजदीकी बढ़ाकर चीन को काउंटर करने के प्रयास जारी रखे। इस बीच दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य और राजनयिक वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन कोई समाधान नजर नहीं आया। अब मोदी को बधाई देने के बाद चीन का सकारात्मक रुख नजर आ रहा है, लेकिन यह कब तक रहेगा, इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता।