चिनाब नदी में पानी का स्तर लगातार घट रहा है, जिससे पाकिस्तान के लगभग 3 करोड़ लोगों के लिए पानी का संकट गहरा सकता है। यह चिंताजनक स्थिति भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद और भी बढ़ गई है। रिपोट्र्स के अनुसार, भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद यह कदम उठाया है और चिनाब नदी पर बने अपने बांधों के गेट बंद कर दिए हैं। इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान की ओर नदी में पानी का प्रवाह काफी कम हो गया है। कई स्थानों पर नदी पूरी तरह से सूख गई है, जिससे स्थानीय लोग पैदल ही नदी पार कर रहे हैं।
पंजाब में कृषि को नुकसान, गहराएगा संकट
चिनाब नदी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लिए पानी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। सिंचाई और पीने के पानी के लिए लाखों लोग इस नदी पर निर्भर हैं। अगर नदी का पानी सूख जाता है, तो कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान होगा और लोगों को पीने के पानी के लिए भी तरसना पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे पाकिस्तान में खाद्यान्न संकट भी पैदा हो सकता है।
गिड़गिड़ा रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान की सरकार ने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है और भारत से सिंधु जल संधि का सम्मान करने की अपील की है। हालांकि, भारत का कहना है कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक संधि को निलंबित रखा जाएगा। यह घटनाक्रम दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और खराब कर सकता है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति पर नजर बनाए हुए है और उम्मीद कर रहा है कि दोनों देश बातचीत के माध्यम से इस जल संकट का समाधान निकालेंगे ताकि लाखों लोगों के जीवन पर पडऩे वाले नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सके। फिलहाल, पाकिस्तान के लिए यह एक गंभीर चुनौती है जिससे निपटना होगा।